पुतना परिचय (ज्ञान धारा )
आपने कृष्ण लीला बहुत बार देखी सुनी ही होगी। कृष्ण लीला मे एक विशेष चरित्र पुतना के बारे मे देखा … पढ़ना जारी रखें पुतना परिचय (ज्ञान धारा )
आपने कृष्ण लीला बहुत बार देखी सुनी ही होगी। कृष्ण लीला मे एक विशेष चरित्र पुतना के बारे मे देखा … पढ़ना जारी रखें पुतना परिचय (ज्ञान धारा )
एकबार एक दुकानदार था। उसका मांस बेचने का कारोबार था। वह लोगो को ताजा कटा मांस बेचा करता। इस तरह … पढ़ना जारी रखें कर्मो का फल ( एक ज्ञानवर्धक कहानी )
मिट्टी मे दफन हिरा, कदर तेरी कौन समझ पाया है। दुनिया की बेरहम नजरो ने तुझे, पत्थर ही तो बतलाया … पढ़ना जारी रखें मिट्टी मे दफन हिरा कदर तेरी कौन समझ पाया ( काव्य रचना )
बसर करली जीन्दगी हमने यूही हालात का फसाना बन कर।रह गई तमाम तमन्नाए हकीकत बन कर।ब्यान करते है, हालात कि … पढ़ना जारी रखें बसर कर ली जीन्दगी हमने (काव्य रचना )
भारतीय सभ्यता सबसे पुरानी सभ्यता है। हमारी सभ्यता के साथ पनपी पुरानी सभी सभ्यता लगभग खत्म हो गई मगर, हमारी … पढ़ना जारी रखें सभ्यता कल,आज,कल ( विचारणीय तथ्य )
( बेटे की नजर मे माँ का अस्तित्व ) मेरी प्यारी माँ,तुम होती हो तो रोशन होती मेरी जीन्दगी, मेरी … पढ़ना जारी रखें मेरी प्यारी माँ ( काव्य रचना )
हाँ हूँ मै अर्धांगिनी,तन से ही नही मन से आत्मा से जुडती हुँ मै।हाँ हुूँ मै अर्धांगिनी। माना कि हर … पढ़ना जारी रखें अर्धांगिनी (काव्य रचना )
मुझे छू कर गुजरने वाली ऐ हवा इतना तो बतला कि, किस साहिल पर है सनम का ठिकाना। है वनो … पढ़ना जारी रखें कहाॅ है सनम का ठिकाना (काव्य )
आपने बहुत से ऐसे लोगो को देखा होगा जो अपनी स्थिति,अपनी उमर, अपने वर्ग के भिन्न लोगो से प्रभावित होते … पढ़ना जारी रखें फैशन या मनोरोग
तन्हा बंजर सी मरु भूमी पर उग आई साख मेरी क्यो खोदते हो जडे मेरी। माटी के इस बूत मे … पढ़ना जारी रखें क्यो खोदते हो जडे मेरी
लौट चलो पथिक सुन नीड की चित्तकार। व्याकुल अधीर सा क्यो डोलता फिरे। मन बावले को टटोलता फिरे। व्यर्थ निहारता … पढ़ना जारी रखें लौट चलो पथिक सुन नीड की चित्तकार
गुम हुआ अक्श मेरा ना जाने कही। ढुंडती हुँ हर लम्हे को चारो तरफ बिखराए। खो जाती हुँ यादो के … पढ़ना जारी रखें खो गया है अक्श मेरा कही
हा हुँ मै एक परि, पंख नही रखती पर एक आशा से भरती हुँ अपनी उडान सभी। हा हुँ मै … पढ़ना जारी रखें हा हुँ मै एक परि (काव्य रचना )
हम सात्विक भोजन इस लिए पसंद करते है क्योकि इस से तन-मन व बुद्धि शुद्ध बनती है। नये और स्वच्छ … पढ़ना जारी रखें शुद्ध सात्विक चाय ( हर्बल टी )
राम राम जी आपका अभिन्नदन है कहाँवत है कि जैसा खाओ अन्न वैसा बने मन। ठीक ही तो कहाँ गया … पढ़ना जारी रखें यविका क्षीर पाक ( शुद्ध सात्विक भोजन )
राज रंजनी,विरह तरंगिनी कौन हो कौन हो तुम। चटक चाँदनी की धवलता लिए, मन को उदिगन किये मौन खडी हो … पढ़ना जारी रखें राज रंजनी,विरह तरंगिनी,कौन हो तुम ( काव्य रचना )
फूल हो तो घर आंगन बगिया सब महक उठते है। हमारे कुछ फूल जो आम जन की पहुच तक है। … पढ़ना जारी रखें फूलो की महक चलिए फूलो की हसिन वादियो मे
हमे नित्य ही सुबह शाम संध्या आरती मे भगवान के गुणो का गान करना चाहिए इससे हमारी प्रित राम से … पढ़ना जारी रखें श्री रामचंद्र जी की स्तुति ( श्री राम स्तुति )
हमारे समाज की धारणा है कि गणेश चौथ-संकट चौथ की रात को चाँद के दर्शन नही करना चाहिए। मान्यतानुसार तथ्य … पढ़ना जारी रखें भादो की चौथ के चंद्र दर्शन दोष निवारन कथा,समयंतक मणी की कथा
हमारे समाज मे बहुत सी कहाँवते,लोक्कोतियाँ,दोहे प्रचलित है जो जन जीवन से सम्बन्धित दृष्टिकोण रखते है। रहिमन पावस देखिके कोयल … पढ़ना जारी रखें दोहे जिनका जीवन मे व्यंगातमक वर्णन
जमाना बदळता देर कोनी ळागे। राजावा रो युग भी खत्म हो गयो अर नयो युग चालनो शुरु हो गयो। पर … पढ़ना जारी रखें पन्ना धाय रो बलिदान
आजकल आम बाजार मे आसानी से मिल जाते है। आम खाने मे स्वाद तो होता ही है,इसके गुण भी होते … पढ़ना जारी रखें आम ( केरी ) का खट्टा-मिठा आचार ( छुंदा )
करेले के कडबे स्वाद के कारण बहुत से लोग करेले की सब्जी नही खाते। अगर इसे स्वादिष्ट तरीके से बनाया … पढ़ना जारी रखें करेले की स्वादिष्ट सब्जी
भारत के प्रचीन इतिहास मे बहुत से महान शासक हुए है जिन्होने अपनी वीरता का लौहा दुश्मन सैनाओ से मनबाया … पढ़ना जारी रखें अखण्ड भारत का निर्माता महाप्रतापी सम्राट चंद्रगुप्त विक्रमादित्य ( गुप्तकालीन शासन व्यवस्था )
इंसान जब रात्रि मे थकहार कर सोता है तो ना जाने कितने किस्से वह निद्रावस्था मे देखता है। कई बार … पढ़ना जारी रखें स्वप्न शास्त्र-सपने मे अपने पूर्वजो का दिखना
आपने पहले पढा कि सयाम्भुव मनु के छोटे पुत्र उत्तानपाद को मनु ने अपना राज्य का उत्तराधिकारी बना कर खुद … पढ़ना जारी रखें सायम्भुवमनु, उत्तानपात व ध्रुव का वंश वर्णन
आजका विषय मिथक भंग अर्थात जो मिथक ( गलत धारणा ) हमारे समाज मे आज फैली हुई है उसका खण्डन … पढ़ना जारी रखें भारतीय समाज प्राचीन कालिन सभ्यता
भारत पर आक्रमण करके बाबर ने अपना अधिपत्य स्थापित कर दिया था। बाबर मंगोल था वह अफगान के रास्ते से … पढ़ना जारी रखें नूरजहाँ (मेहरुनिशा) मुगल बादशाह जहाँगीर की बेगम
हम दिल की बात करे पर तुम आओ तो सरी हम हालात बया तो करे तुम आओ तो सरी मुद्दतो … पढ़ना जारी रखें गजल ( तुम आओ तो सरी ) काव्य मंजरी
कुछ कहानिया ऐसी होती है जिनको पढ कर सुन कर हमे शतर्क रहने की सिख मिलती है। आज कल बहुत … पढ़ना जारी रखें दायरे ( सत्य घटना पर आधारित कहानी )
महत्वपूर्ण तथ्य —— कुछ मुर्ख लोगो ने ना जाने कब और कैसे कई मिथक फैला दिये जिनके कारण आज हमारी … पढ़ना जारी रखें भारतीय समाज की धरोहर विचारधारा ( सभ्य समाज )
जब भगवान नारायण ने सृष्टि की रचना करना शुरु किया तब उनके शरीर के किस अंग विशेष से किस शक्ति … पढ़ना जारी रखें त्रिदेव ( तीनो महादेव ) त्रिदेवियाँ ( तीनो महादेवियाँ ) की उत्पप्ति की कथा
आप सबने सुना व पढा ही होगा कि हमे प्राणायाम करना चाहिए। प्राणायाम करने से शरीर तंदरुस्त बनता है। रोग … पढ़ना जारी रखें प्राणायाम ( योगिग क्रिया )
भारतीय शास्त्रो मे देवी-देवताओ की जानकारियाँ दी गई है। सनातन धर्म के सिधांतो के संग सनातन धर्म के दर्शन पूजनिय … पढ़ना जारी रखें सनातन धर्म ग्रंथो का विवरण
भारत मे प्राचीनकाल से ही अपनी अनूठी पहचान लिए सनातन धर्म जो दुनिया के हीत की कामना करता है और … पढ़ना जारी रखें भारतीय सनातन धर्म और अन्य पंथ
धर्म को लेकर प्राचीनकाल से ही मार-काट होती रही है। प्राचीनकाल मे और अब मे फर्क बस इतना है कि … पढ़ना जारी रखें शुद्ध भारतीय विचार धारा दुसरे धर्मो से भिन्न कैसे
आजकल हम घर पर ही बना भोज्य पदार्थ ही प्रयोग करना पसंद करते है इसके लिए हमे घर पर ही … पढ़ना जारी रखें गुलाब का शर्बत ( घर पर बनाए ) होम मेड रुहफ्जा
लोग अपने इष्टदेव की पूजा तो करते ही है मगर वह अपने कार्य (रोजगार ) के अनुसार किस देवता की … पढ़ना जारी रखें कार्यक्षेत्र के अनुसार पूजनिय देवता
भारतीय लोक-पारम्परिक भोजन मे कुछ भोजन सामग्री तल कर बनाए जाती है, कुछ उबाल कर बनाई जाती है, कुछ को … पढ़ना जारी रखें गैंहु व मूंग का खिचडा
प्राचीन काल की नदी घाटी सभ्यता प्राचीन भारतीय सभ्यता के समकालीन थी। मुख्य रुप से दजला-फरात नदी घाटी मे बसी … पढ़ना जारी रखें प्राचीन सभ्यताओ पर भारतीयता की छाप
प्राचीन काल से ही भारतीय समाज मे मासिक धर्म के अनुसार बहुत से नियम बनाए गए है।आज की भागती-दौडती जीन्दगी … पढ़ना जारी रखें महिलाओ की मासिक धर्म के तथ्य कितने सत्य
हम अपने जीवन को बिमारियो से बचाने के लिए बहुत से उपाय करते है। इसके साथ हमारे शरीर मे भी … पढ़ना जारी रखें स्वच्छ आदते जो सुरक्षा देती है
आप सभी ने यह तो सुन ही रखा है कि नव ग्रह मे राहु और केतु को भी सामिल किया … पढ़ना जारी रखें राहु केतु एक विचार धारा
बहुत से लोग पति-पत्नि या कोई अन्य यह नही समझते की उन्हे सच्चा प्यार है। वे लोग इस सच्चे प्यार … पढ़ना जारी रखें सच्चा प्यार पहचाने
हमारे ब्रह्मांड मे अनैक ग्रह और तारे स्थित है। जीसमे से कुछ ग्रह जो हमारे शरीर और मानस पटल पर … पढ़ना जारी रखें नव-ग्रह के राजा सूर्य देव (ग्रह ) का संक्षिप्त वर्णन
एक बार एक संत थे वे रोज प्रातः काल गंगा स्नान करने के लिए जाते और गंगा मे स्नान करके … पढ़ना जारी रखें नियती ( एक ज्ञानवर्धक कहानी )
कंश को जब वासुदेव पुत्र श्री कृष्ण और बलदाऊ का वृंदावन मे होने की गुप्तचरो से जानकारी मिली तो कंस … पढ़ना जारी रखें भगवान श्री कृष्ण का मथुरा मे प्रवेश करना और कुब्जा पर कृपा करना
महाऋषि विश्वामित्र बहुत बडे तपस्वी थे उन्होने बहुत तप किए। उन्होने तप के बल से देवताओ के राजा इन्द्र को … पढ़ना जारी रखें अभिज्ञान शाकुंतलम (शकुंतला की कहानी एक सच्ची प्रेम गाथा )
एकबार की बात है।एक पाठशाला मे अध्यापक अपने शिष्यो को बहुत अच्छे से पढाते थे। अब एक दिन अध्यापक के … पढ़ना जारी रखें परीक्षा ( कहानी )
कहानिया कथाए जो जनमानस के मन और मस्तिषक पर अपना प्रभाव डालती है। बहुत से कथाए जीवन को जीने का … पढ़ना जारी रखें रोचक कहानी ( पितर तर्पण ) पिण्डदान का महत्व
भारत की पवित्र भूमि मे अनगंणित महान राजा हुए जिनकी योशोगाथा आज भी घरती पर गुंजती रहती है। ये वे … पढ़ना जारी रखें सत्यवादी राजा हरिश्चन्द्र का चरित्र-चित्रणन