
तुम चलो जो संग मे तो जी लू मै
तुम चलो जो संग मे तो जी लू एक अद्द जीन्दगी मै। सृजन कर लू नई सष्टि मे खुबसुरत पल … पढ़ना जारी रखें तुम चलो जो संग मे तो जी लू मै
तुम चलो जो संग मे तो जी लू एक अद्द जीन्दगी मै। सृजन कर लू नई सष्टि मे खुबसुरत पल … पढ़ना जारी रखें तुम चलो जो संग मे तो जी लू मै
यू तो सपने मे पहाड दिखाई देना शुभ और अशुभ दोनो ही फल दे सकता है। इसके लिए यह जानना … पढ़ना जारी रखें सपन विचार पहाड का सपने मे दिखना
जो परम शक्ति ईश्वर दुनिया मे बाहर है वही हमारे शरीर के भीतर भी है। हमारी जिव्हा ( जीभ ) … पढ़ना जारी रखें शुद्ध आहार- विहार
माई रे मेरे पीव ( प्रेमी-पति ) तो बसे है, परदेश कौन संग मै खेलु होली। अश्रु बहे नैयनन मे … पढ़ना जारी रखें माई रे कौन संग खेलु होली ( विरह गीत )
भारत के इतिहास मे बहुत से संत ज्ञानी हुए जिनकी ख्याति पुरी दुनिया मे फैली। ऐसे संतो की श्रैंणी मे … पढ़ना जारी रखें मीराबाई
आप सबके मन मे यह उत्कंठा होगी की भगवान कैसे होते है। उनका रंग-रुप कैसा है। वास्तव मे भगवान को … पढ़ना जारी रखें ईश्वर का रुप-रंग शास्त्रानुसार (धार्मिक लेख )
भारत वर्ष मे बहुत से त्यौहार मनाए जाते है। जिसमे कई पुरे भारत मे और ऐसे त्यौहार होते है जो … पढ़ना जारी रखें राजस्थान का लोक-पारम्परिक त्यौहार गणगौर ( धार्मिक लेख )
सिखा गई सीता जीना कैसे है इस दुनिया मे हमे, शिक्षिका थी महान, आर्दश अपने समझा गई। राजा के हो … पढ़ना जारी रखें सिखा गई सीता जीना कैसे है इस दुनिया मे हमे ( काव्य रचना )
वो ( जीन्दगी ) चलाती गई और मै चलता गया।अस्तित्व क्या है मेरा, ये बता पायेगा कौन भला। उन से … पढ़ना जारी रखें वो चलाती गई और मै चलता गया ( काव्य रचना )
सावँरा रे ओ सावँरा मोरा मन हुआ बावरा तोरी नटखट,भोली अदाओ पर ओ रे सावँरा। तेरे दर्शन को तरसे अँखिया … पढ़ना जारी रखें सावँरा रे ओ सावँरा मन हुआ मोरा बावरा ( काव्य रचना )