सावँरा रे ओ सावँरा मन हुआ मोरा बावरा ( काव्य रचना )

सावँरा रे ओ सावँरा मन हुआ मोरा बावरा ( काव्य रचना )

सावँरा रे ओ सावँरा मोरा मन हुआ बावरा तोरी नटखट,भोली अदाओ पर ओ रे सावँरा। तेरे दर्शन को तरसे अँखिया … पढ़ना जारी रखें सावँरा रे ओ सावँरा मन हुआ मोरा बावरा ( काव्य रचना )

ऐरी सखि ऋृतुराज बसंत आयो री ( काव्य रचना )

ऐरी सखि ऋृतुराज बसंत आयो री ( काव्य रचना )

ऐरी सखि ऋृतुराज बसंत आयो री। घर-घर उच्छव छायो री। ऐरी सखि ऋृतुराज बसंत आयो री। ऐरी सखि बसंत आयो … पढ़ना जारी रखें ऐरी सखि ऋृतुराज बसंत आयो री ( काव्य रचना )

हे अभयंकर,हे करुणाकर ( काव्य रचना )

हे अभयंकर,हे करुणाकर ( काव्य रचना )

हे अभयंकर,हे करुणाकर शिष तुम्हारे गंग की धारा। हे अभयंकर हे करुणाकर। गले मे सोहे भुजंग माला। हे अभयंकर,हे करुणाकर। … पढ़ना जारी रखें हे अभयंकर,हे करुणाकर ( काव्य रचना )

भए प्रकट कृपाला दीन दयाला ( काव्य रचना )

भए प्रकट कृपाला दीन दयाला ( काव्य रचना )

राम जी जब पैदा हुए तो उनके अदभूद रुप को देख माँ कौशलया विष्मित हो गई। आँखो से खुशी के … पढ़ना जारी रखें भए प्रकट कृपाला दीन दयाला ( काव्य रचना )