Published by
चित्रा मल्हौत्रा
मुझे भगवान की लीलाओ कथाओ को पढने लिखने मे रुचि है। भारतीय संस्कारो, रीति ,रिवाज परम्पराओ को समझना व उनको मानना मेरे जीवन का आधार स्तम्भ है। मुझे प्रकृति से बहुत लगाव है। प्रकृति ने जो हमे प्रदान किया है उन सुरम्य स्थलो का भ्रमण करना उन्हे जानना बेहद खुश गवारा लगता है। मै मानव धर्म मे विश्वास करती हुँ कि संसार के सभी प्राणी उस विधाता की देन है सब से प्रेम करना। सबको सुखी और खुश व तंदुरुस्त देखना चाहती हुँ। मेरी नजर मे कोई बुरा या भला नही होता। भले-बुरे तो इन्सान के कर्म होते है। भगवान के सभी रुपो को समझना उनके आदर्शो के अनुसार चलना पसंद है। मै यह चाहती हुँ कि मेने जो ज्ञान अर्जन किया है उसका दुसरो को भी लाभ मिल सके। इसी परोपकार की भावना से इस बेवसाईट का निर्माण किया है। मुझे भी नए-नए ज्ञान की जानकारी की जरुरत पडती है इसके लिए प्रयत्नशील रहती हुँ जब भी कही से कुछ ज्ञान मिल जाए उसे स्वीकार कर लेना पसंद है। जय श्री कृष्ण
चित्रा मल्हौत्रा द्वारा सभी पोस्ट देखें
बहुत ही सुंदर संदेश 👌🏼👌🏼बेहतरीन लिखा है आपने चित्रा ।
जय श्री कृष्णा
पसंद करेंLiked by 1 व्यक्ति
धन्यवाद जी,आपको होली की बहुत-बहुत शुभ कामना,होली आई हे पावन खुशियो से भरदे आपका दामन,खुशियां और उल्लास से मानाओ होली यही मंशा है मेरी
पसंद करेंपसंद करें
धन्यवाद चित्रा 🙏🏼😊
आपको भी होली की हार्दिक शुभकामनाएँ
आप स्वस्थ व प्रसन्न रहें
और ऐसे ही सुंदर रचनाओं का
सृजन करती रहो 😊🤗
पसंद करेंLiked by 1 व्यक्ति
धव्यवाद जी, जय श्री कृष्ण
पसंद करेंपसंद करें