हम दिल की बात करे, पर तुम आओ तो सरी।
हम हालात बया तो करे, पर तुम आओ तो सरी।
मुद्दतो से बंद, पडी है दिल की जमीन, खोलेंगे हम सब राज, पर तुम आओ तो सरी।
सुनाएंगे सब हालात, बेकरार, सुनी पडी दिल की खिडकी खोलेगे सभी, पर तुम आओ तो सरी।
अहदे एतराम करेगे, पर तुम आओ तो सरी।
हम दिलकी बात करेगे, पर तुम आओ तो सरी।
चंद रोज पहले, देखा था जो इक ख्वाब हमने हकीकत मे लाएंगे इक रोज, पर तुम आओ तो सरी।
लौटा लाएंगे वो घडी, जिसमे रहती थी खुसियाँ सभी, पर तुम आओ तो सरी।
हम दिल की बात करेगे पर तुम आओ तो सरी।
निहारा करेंगे खुद से आईना अक्स उतार लाएगे अपना, पर तुम आओ तो सरी।
महकती सी जीन्दगी मे बहार लौटा लाएगे, पर तुम आओ तो सरी
तमन्नाओ की भरेगे हम उडान देखे जो कभी हसिन ख्वाब पुरा करने की आएगी घडी पर तुम आओ तो सरी।
हम जज्बातो की करेगे कदर हर मुलाकात का होगा हसिन हश्र, पर तुम आओ तो सरी।
हम दिल की बात करेगे, पर तुम आओ तो सरी।
बदलेगे सब हालात पर तुम आओ तो सरी। तुम आओ तो सरी।
जय श्री राम
चित्रा की कलम से
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चित्रा मल्हौत्रा
मुझे भगवान की लीलाओ कथाओ को पढने लिखने मे रुचि है। भारतीय संस्कारो, रीति ,रिवाज परम्पराओ को समझना व उनको मानना मेरे जीवन का आधार स्तम्भ है। मुझे प्रकृति से बहुत लगाव है। प्रकृति ने जो हमे प्रदान किया है उन सुरम्य स्थलो का भ्रमण करना उन्हे जानना बेहद खुश गवारा लगता है। मै मानव धर्म मे विश्वास करती हुँ कि संसार के सभी प्राणी उस विधाता की देन है सब से प्रेम करना। सबको सुखी और खुश व तंदुरुस्त देखना चाहती हुँ। मेरी नजर मे कोई बुरा या भला नही होता। भले-बुरे तो इन्सान के कर्म होते है। भगवान के सभी रुपो को समझना उनके आदर्शो के अनुसार चलना पसंद है। मै यह चाहती हुँ कि मेने जो ज्ञान अर्जन किया है उसका दुसरो को भी लाभ मिल सके। इसी परोपकार की भावना से इस बेवसाईट का निर्माण किया है। मुझे भी नए-नए ज्ञान की जानकारी की जरुरत पडती है इसके लिए प्रयत्नशील रहती हुँ जब भी कही से कुछ ज्ञान मिल जाए उसे स्वीकार कर लेना पसंद है। जय श्री कृष्ण
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बहुत सुंदर गजल लिखी है आपने।
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धन्यवाद
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Beautiful
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सरी का अर्थ ?
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गजल मे सरी का मतलब कि नायिका अपने नायक को अपने दिल का सारा हाल समझाने के लिए बुलावा भेजती है कि तुम आओ तो हम अपने हर हाल को किस कदर व्यान करेगे ये नायिका का अपना अंदाज है।यहाँ सरी शब्द चमत्कार उत्पन्न करता है। अगर सरी की जगह सही लिखा जाता तो इसमे इतना उठाव नही आता। हम जब कोई काव्य रचना करते है तो कोई ऐसा चमत्कारी शब्द का प्रयोग करते है जिससे उस काव्य मे आकर्षण पैदा होता है, जो सुनने और पढने मे बेहतरीन लगता है। इसी उद्देश्य से सही की जगह सरी लिखा है।
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धन्यवाद चित्रा आभारी हूँ तुमने बहुत अच्छी और रोचक तरीके से समझाया।💝
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आपका अभिनन्दन बहन
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🌷
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Bahut khub
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धन्यवाद अभिनन्दन
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बहुत सुंदर रचना
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धन्यवाद,अभिनन्दन
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कबीले तारीफ है bhai
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धन्यवाद जी
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My pleasure
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👌👌👌👌
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धन्यवाद जी
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