वाॅह री नारी तेरी बडी अजब है कहानी। देती दुसरो को सुख पर तेरी आँख मे है पानी (आँसु )। जिसको तुने सुख दिया उसी ने तुझे छला। नारी की किमत क्या कभी जान पाया कोई।वाॅह री नारी तेरी बडी अजब है कहानी। कभी माँ बनती नारी। अपनी ममता लुटाती नारी। कभी पत्नि बन सुख-दुख की भागीदार बनती नारी। कही नारी बहन बन अपने बहनो और भाईयो को लाड लडाती नारी। वाॅह री नारी तेरी बडी अजब है कहानी।

बीन नारी सुना जग सारा फिर भी अबला कहलाती नारी। पी लेती जहर सारा दुनिया का। दुसरो को अमृत लुटाती नारी। वाॅह री नारी तेरी बडी अब है कहानी। पर हाय रे दुनिया बनाने वाले तुने नारी को दुर्गुण भी संग दे डाले क्योकि नारी के जीवन मे काँटे बोती नारी। कभी सौत बन जाती। कभी सास- बहु, नन्द-भाभी बन जाती नारी। नारी तुझको बर्बाद करती नारी। वाॅह रे नारी तेरी बडी अजब है कहानी।

पुरुष को अपनी अदाओ से लुभाती नारी। पुरुष को अपना गुलाम बनाती नारी। अपने इशारो पर नाच नचाती नारी। हाय रे नारी तेरी बडी अजब है कहानी। संसार की रचनाकार है नारी। दुनिया को बर्बाद भी करती नारी। दुनिया को सदमार्ग पर भी तुही ले जाती नारी। वाॅह री नारी तेरी बडी अजब है कहानी।

तुही अपयश की भागीदार बनाती नारी। नारी तेरे रुप अनेक पता नही किस रुप मे क्या कर दिखाती नारी। हाय रे नारी तेरी बडी अजब है कहानी। जिसको तुने जीना सिखाया उसी ने तुझे बंधनो की बिडियो मे जकड कर रख दिया। बिटिया बन फूलो की तरह घर- वर को महकाती नारी। माता-पिता के सुन्ने मन- आँगन को खिलाती नारी। सब दया ममता,प्यार लुटाती नारी। दुसरो की खुशी, सुख के लिए लाखो दुख तकलीफे सह जाती नारी। वाॅह री नारी तेरी बडी अजब है कहानी।
नाच गा कर अपनी अदाए लुटाती नारी। दुख मे हिम्मत बंधाती नारी। जीवन दान देती नारी और जीवन मे दुख का कारण भी होती नारी। वाॅह रे नारी तेरी बडी अजब है कहानी। कभी चिता मे जल अपनी अग्नि परीक्षा दी तुने नारी। कभी प्रभु को तराजु मे तौल कर परीक्षा ली तुने नारी। कभी चीर हरण होने की पीडा सही तुने नारी। वाॅह री नारी तेरी बडी अजब है कहानी।
जय श्री राम
शुभ प्रभात।बहुत खूब रचना।हमारे पूज्य गुरुदेव के अनुसार नारी ईश्वर की अनमोल कृति है💐
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धन्यवाद अभिनन्दन
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बहुत ही सुंदर रचना है आपकी ✍️👌
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धन्यवाद,आपका अभिनन्दन है
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धन्यवाद जी
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