भारतीय व्यंजन देखने मे जीतने सुन्दर दिखते है उतने ही खाने मे स्वादिष्ट भी होते है। बारतीय व्यंजन मे विभिन्न प्रकार की मिठाई ,मिठ्ठे व्यंजन बनाए जाते है। जो काफी स्वास्थ्यवर्धक होने के साथ रुचिकर भी होते है जीन्हे देख कर कोई भी खाए बिना नही रह सकता इतने लजीज व्यंजन की इनके नाम सुनकर ही मुँह मे पानी आ जाता है।
आज हम बात करते है उस भारतीय व्यंजन की जो डेजर्ट के रुप मे बहुत पसंद किया जाता है । यह व्यंजन आज से ही नही शदियो से यानि राजा महाराजाओ के भोजन मे शामिल होते थे। इनको बस बनाने वाले पर निर्भर करता है कि कितना स्वादिष्ट बना है। हाँ जी आज का विषेश व्यंजन है फिरनी
फिरनी बनाने के लिए सामग्री—–
दुध—एक लिटर के लगभग कुछ कम ज्यादा भी चलेगा
चावन— एक प्याली मिडियम साईज की
चीनी— एक प्याली या कुछ कम ज्यादा भी आपकी पसंद पर निर्भर कितनी मिठा पसंद है
केशर 6-7 कलिया
छोटी इलाईची—4 नग
बडी इलाईची—2 नग
बादाम—40-50 ग्राम के लगभग
पिस्ता—-25-30 ग्राम
चांदी का वर्क जरुरत के अनुसार
गुलाब की सूखी या ताजा पंखुडियाँ थोडी सी सजावट के लिए
फिरनी बनाने की विधी—–
सबसे पहले चावल को साफ करके पानी से अच्छे से धो ले फिर इनमे से सारा पानी छान कर 2-3 मिनिट तक रखे और एक बर्तन या कढाई ले कर आंच पर रखे और उस बर्तन मे धो कर तैयार किए चावल डाल कर 5-10 मिनिट हल्की आंच पर भुने हल्का सा रंग बदल जाने तक इस तरह से चावल का कच्चा पन दुर हो जाएंगा और फिरनी स्वादिष्ट बनेगी । चावल भुन जाने के बाद थोडा ठण्डा होने रखे।जब ये भुने चावल ठण्डा हो जाए तो मिक्सी मे अच्छे से बारिक कर ले जीतने बारिक पिस सकते है पिस ले । और अब एक बर्तन भगोने मे दुध छान कर उबलने रखे ।
जब तक दुध उबलता है तब तक आप दोनो इलाईची को कूट कर पाउडर बना ले। और केशर को थोडा सा दुध प्याली मे ले कर उन केशर पंखुडियो को उस दुध मे भिगो कर रख दे। अब बादाम और पिस्ता दोनो को बारिक कतर ले काट ले छोटे टुकडे करले। जब दुध मे अच्छे से उबाल आ जाए और दुध को पांच दस मिनिट तक काढ ले फिर उस दुध मे पिसे हुए चावल डाल कर कुछ देर पकाए ।कुछ देर बाद जब दुध मे चावल अच्छे से पक जाए और थोडा काढा होने लगे तो इसमे चीनी मिला दे और फिर जल्दी -जल्दी कलछी की सहायता से दुध चावल के हिलाते रहे नही तो कांठे पड सकती है
जब अच्छे से पक्क जाए तो इसमे इलाईची पाउडर और केशर जो दुध मे भिगोया था मिला दे जब दुध मे चावल का वो पिस्से हुए कण उपर तैरने लग जाएंगे यानि काभी काढा मावा के समान होने लगेगा तब इसमे बादाम और पिस्ता मिला कर आंच से उतार कर किसी बर्तन डोंगे या पात्र जीसमे आप इसे सर्व करने के लिए निकाले ले और ठण्डा होने के लिए रख दे आप चाहे तो फ्रीज मे भी रख सकते है ठण्डा करने के लिए फ्रीज मे ठण्डा करी फिरनी बहुत स्वादिष्ट लगती है। और सर्व करने के लिए तैयार फिरनी मे आप गुलाब की पंखुडिया डाल दे, पसंद करे तो चांदी का वर्क लगा दे इससे देखने मे बहुत सुन्दर लगेगी नही तो बिना वर्क के भी आप सर्व कर सकते है वर्क पसंद ना करे तो।
भोजन वही जो तन-मन दोनो को दुरुस्त करदे।जहाँ तक हो सके हमे भोजन घर पर अपने ही हाथो से बना कर ही खाना चाहिए। इससे एक तो समय और धन दोनो का संतुलन तो रहेगा ही साथ मे भोजन की पौष्टिकता भी बढती है क्योकि हम घर पर भडिया क्वालटी का सामान इस्तेमाल करते है बाजार के भोजन मे ना जाने किस तरह के सामान इस्तेमाल होता होगा।
जब हम घर पर बना भोजन परिवार और मेहमान के सामने सर्व करते है तो उनको खाने मे बेहद आनन्द आता है और इस तरह हमे सबकी पसंद ना पसंद का भी ध्यान रहता है उसी तरह से हम भोजन मे सामान का प्रयोग करते है। घर पर हम सब सामान अच्छे से साफ सुथरा चुग वींंन कर तैयार करते है। इससे किसी प्रकार का नुकसान नही होता हमारे शरीर पर।
टिप्स—–
फिरनी जब भी बनाए चावल को हल्का भुन कर ही पकाए इससे इसका स्वाद बेहतरीन होता है।
फिरनी जब भी सर्व करे फ्रींज मे ठण्डी करके ही सर्व करे इससे फिरनी का स्वाद भडता है ठण्डी-ठण्डी फिरनी वाॅह क्या कहने लाजबाव । फिरनी को डेजर्ट के रुप मे खाते है यानि भोजन करने के बाद कुछ मिठा खाने को मन होता है।
सदा खुश रहे तंदरुस्त रहे
राम राम जी