भारतीय समाज मे प्राचीन काल से जो शीतल पेय ( कोल्ड ड्रींक्स ) प्रचलित है वे शीतलता तो प्रदान करते ही थी संग मे शरीर को ताकत भी देते थे । भारतीय घरेलु शीतल पेय पदार्थो मे जडी-बूटियो का प्रयोग होता रहाँ है जीससे शरीर को तंदुरुस्त रखने मे सहायक होते है।
ठण्डाई—-
ठण्डाई ऐसा शीतल पेय है जीससे शीतलता तो मिलती ही है संग मे शरीर के लिए पोष्टिकता प्रदान करती है । ठण्डाई बनाने के लिए 8-10 बादाम ,6-7 पिस्ते , 4-5 टी स्पून चारो मगज , 4-5 टी स्पून खसखस , 2-3 टी स्पून सौंफ ,4 लौंग,4-5 हरी इलाईची , 8-10 काली मिर्च साबुत थोडी सी गुलाब की सुखी पंखुडियाँ इन सब सामान को रात को पानी मे भिगो कर रख दे । अगले दिन इस रात को भिगोई गई ठण्डाई को को मिक्सी मे पिस ले बिलकुल बारिक करले फिर इस मे 3-4 गिलास दुध डाल कर फिर 15-20 ग्राम मिश्री डाल ले और इन सभी सामग्री दुध, ठण्डाई और मिश्री को मिक्सी मे एक साथ पिस ले और बर्फ डालकर ठण्डा करले और अब ठण्डाई तैयार है पोष्टिकता से भर पुर ठम्डाई गर्मी मे राहत तो देती है तरावट भी आती है संग मे शरीर की ताकत भी बढती है ।

जौ का सत्तू——
भारतीय घरेलु शीतल पेय मे सत्तू का प्रयोग प्राचीनकाल से होता आ रहाँ है। सत्तू शीतलता प्रदान तो करता ही है संग मे एनर्जी (ताकत ) भी देता है । सत्तू बनाने के लिए सबसे पहले साफ किए गए जौ ले लेवे और फिर इन जौ को भुनवा कर रख ले जब भी गर्मी लगे तो इस भुने सत्तू को पिस ले जब सत्तू पिने का मन करे तब एक गिलास पानी मे 2-3 तीन टी स्पून चीनी मिला कर 2-3 टी स्पून सत्तू मिला ले बस तैयार आपका सत्तू एक मिनिट मे तैयार हो जाता है। सत्तू पिने से गर्मी मे राहत मिलती है । यह शीतल पेय आपको गर्मी से राहत प्रदान करेगा । इसे आप सफर मे भी संग ले जा सकते है इसके लिए आपको पिसा सत्तू उसमे पिसी चीनी मिला कर अपने साथ सफर मे ले जाए जब भी सफर मे प्यास लगे पानी मे मिला कर पी लिजीए प्यास तो पुझेंगी संग मे गर्मी से भी राहत मिलेगे गले मे तराबट भी रहेंगी ।
गौंद कतीरा शीतल पेय——
गौंद कतीरा बेहद गुणकारी होता है इसको खाने से शरीर को ताकत मिलती है बहुत से गुणो वाले इस गौंद कतीरे को खाने के कई लाभ हमे मिलते है। पोष्टिकता से भरपुर इस गौंद कतीरे को गर्मी मे खासतौर पर प्रयोग करते है । गौंद कतीरे को रात मे पानी मे भिगो दे सुबह इस गौंद कतीरे को एक गिलास दुध मे चीनी मिला कर इस भिगे हुए गौंद कतीरे को उस दुध मे मिला ले और बर्फ भी डाल ले बस तैयार है आपका पोष्टिक पेय पदार्थ । इस गौंद कतीरे को आप चाहे तो शर्बत भी मिला सकते है गुलाब शर्बत केंसर बादाम शर्बत इसके मिलाने से टेस्ट मे बढोतरी होगी ।
आम पन्ना शीतल पेय——
आम पन्ना बनाने के लिए आपको कच्चे आम लेने होंगे उन कच्च् आमो को चाहे तो आप ओवन मे या गैस पर भुन ले दुसरा तरीका कच्चे आमो को (केरी) उबाल कर बना सकते है । अगर भुन कर बना रहे हो तो अच्छी तरह से भुन लेने के बाद उसका छिलका हटा कर पल्प को चाकु की सहायता से काट कर मिक्सी मे डाल कर पानी मिला कर पिस ले । फिर इस पिसे हुए पल्प मे नमक, काला नमक, काली मिर्च ,पुदिना ,चीनी, नींबू रस इन सबको को पल्प वाले पानी मे मिला ले और बर्फ डाल कर सर्व करे तैयार है आम पन्ना ।
आम पन्ना बनाने की दुसरी विधी है कच्चे आम (केरी ) को छिलका हटा कर उसके छोटे पिस करले और थोडा पानी लेकर उस मे इन आम के पिसो को उबाल ले फिर मिक्सी मे डाल कर पिस ले और नमक,काला नमक, काली मिर्च, चीनी, पुदिना हो तो डाल दे नही मिले तो कोई बात नही बिना पुदिने के बन जाएंगा ,नींबू रस मिला कर बर्फ डाले चील्ड करके सर्व करे ।
ईमली पन्ना शीतल पेय—–
ईमली हाजमेदार होती है संग इसके बहुत से लाभ भी है खुन को पतला करने मे सहायक होती है महिलाओ के लिए बहुत उपयोगी होती है । ईमली पन्ना बनाने के लिए ईमली की 8-10 गिरीयाँ रात को पानी मे भिगो के रख दे फिर सुबह ईमली हाथ से मसल कर उसके बीज निकाल दे और मिक्सी मे अच्छे से पिस ले और पानी डाल कर नमक,काला नमक, काली मिर्च,चीनी मिला कर बर्फ डाल कर सर्व करे लीजीए ईमनी पन्ना तैयार है ईमली पन्ना बहुत शीतलता प्रदान करता है इसे पिने के बाद कई देर तक गर्मी नही सताती और पानी की प्यास भी कम हो जाती है ।जीसको बार-बार थोडी-थोडी देर मे प्यास लगती रहती है गला सुखता रहता है तो ये ईमली पन्ना रामबाण इलाज साबित होता है।
नींबू शिकन्जी शीतल पेय—-
नींबू के अपने अनेक गुण है जो हमारे शरीर के लिए लाभदायक है। नींबू हाजमेदार होता है ,इसके सेवन से विटामिन सी की कमी दुर होती है । नींबू खाने से जी घबराने मे राहत मिलती है।नींबू कई गुणो को समेटे हुए हमारी बहुत सी बिमारियो को ठीक करने मे सहायक होता है। नींबू की शिकन्जी बनाने के लिए पानी मे नींबू निचोड कर उसमे नमक, काला नमक, काली मिर्च ,पुदिना रस, भुना हुआ जीरा पिस कर डाले थोडा सा ,चीनी मिला कर फिर इस नींबू की शिकन्जी मे बर्फ डाल कर सर्व करे लिजीए तैयार है नींबू शिकन्जी पिने के लिए सर्व करे ठण्डी- ठण्डी शिकन्जी । नींबू शिकन्जी को सोडा डाल कर भी पिया जा सकता है पानी की जगह इसमे सोडा बोतल लेकर सोडा डाल कर तैयार कर सकते है बेहद स्वादिष्ट बनती है ।
बेलगिरी का शर्बत शीतल पेय—-
बेलगिरी बहुत गुणकारी है पेट से सम्बन्धित बहुत सी समस्याओ मे लाभदायक बेलगिरी का फल इसका शर्बत भी बनाया जाता है जो बेहद शीतल होता है । बेलगिरी का फल ले कर उसे तोड कर उसकी गिरी (गुदा) निकाल कर पानी मे भिगो दे 2-3 घण्टे के लिए फिर इसे हाथ से मसल कर इसके बीज निकाल दे और पानी समेत मिक्सी मे पिस ले और फिर इसमे ,नमक,चीनी,काला नमक, काली मिर्त, भुना जीरा नींबू रस मिला कर पानी डाल ले फिर बर्फ डाल कर ठण्ही सर्व करे लिजीए तैयार है बेलगिरी का शर्बत पिने के लिए ।
भारतीय घरेलु शीतल पेय पदार्थ शीतलता तो प्रदान करते ही संग मे बहुत सी बिमारियो को ठीक करने मे सहायक होते है और शरीर को तंदुरुस्त करने मे सहायक होते है बाजार मे मिलने वाले शीतल पेय से अधिक लाभ दायक होते है । ये सभी पेय भारत मे प्राचीन काल से प्रयोग मे लिए जाते रहे है बिलकुल नेचुरल होते है इस लिए इनका प्रयोग करने मे किसी प्रकार की हानि नही होती ।